कासगंज। मंगेतर संग हजारा नहर पुल के पास बैठी युवती के साथ तीन लोगों ने दुष्कर्म किया था। इतना ही नहीं युवती और उसके मंगेतर से पांच-पांच हजार रुपये भी धमकाकर ले लिए। पीड़िता ने इस संबंध में दो नामजद और आठ अज्ञात लोगों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कराया है। पुलिस ने सात आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि एक के घटना में शामिल था या नहीं इसकी जांच की जा रही है।
नदरई के पास स्थित गांव निवासी युवती ने पुलिस को दी तहरीर में लिखा कि वह दस अप्रैल को सोराें के रहने वाले अपने मंगेतर के साथ मोटरसाइकिल से पूर्ति कार्यालय राशन बनवाने के लिए गई थी। वहां प्रार्थना पत्र देने के बाद दोनों मोटरसाइकिल से घर लौट रहे थे। ततारपुर वाले रास्ते पर हजार नहर के पास पेड की छाया में बैठकर नास्ता करने लगे। समय करीब दाेपहर 2:30 बजे वहां से चलने लगे तभी पांच छह लोग आ गए।
उन्होंने दोनों को पकड़ लिया। मंगेतर ने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट कर दी। इसके बाद आरोपितों ने अपने तीन चार साथियों को और बुला लिया। इसके बाद वह दोनों को अलग-अलग झाड़ियों में खींच कर ले गए। वहां आरोपितों ने उसकी कानों की सोने की बाली और बैग से पांच हजार रुपये छीन लिए। इसके बाद तीन आरोपितों ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
पीड़िता ने लिखा कि आरोपितों ने उसके मंगेतर से 50 हजार रुपये की डिमांड की। धमकी दी कि रुपये नहीं दिए तो जान से मार देंगे। इस पर मंगेतर ने अपने दोस्त से एक आरोपित के मोबाइल पर पांच हजार रुपये यूपीआइ कराए। इसके बाद आरोपितों ने दोनों को जाने दिया। इस घटना से पीड़िता और उसका मंगेतर इतना डर गया कि उन्होंने घटना की जानकारी घर में किसी को नहीं दी। दो दिन बाद पीड़िता ने चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर पर फोन किया और उनकाे घटना की अधूरी जानकारी दी।
इसके बाद चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर के सौरभ ने पीड़िता से उसके घर जाकर बात की। तब उसने घटना की पूरी जानकारी दी। इसके बाद चाइल्ड हेल्प लाइन ने ही पुलिस को जानकारी दी।
पीड़िता ने दो लोगों को बताया नाम
पीड़िता ने बताया कि घटना के समय आरोपित अजय और योगेश का नाम ले रहे थे। इन दोनों के ही नाम वह जानती है। इसके अलावा सात आठ लोग अज्ञात हैं। सामने आने पर वह सभी काे पहचान लेगी।
जांच के दायरे में जनप्रतिनिधि का परिचित
सामूहिक दुष्कर्म मामले में जिन आठ लोगों को नाम प्रकाश में आया है। उनमें एक जनप्रतिनिधि का परिचित भी है। आरोपित अपने को निर्दोश बता रहा है। उसका कहना है कि वह घटना के समय कहीं और मौजूद था। पुलिस अब इसकी जांच कर ही है। एसपी अंकिता शर्मा का कहना है कि वह घटना स्थल पर था या नहीं इसकी जांच चल रही है। अगर वह दोषी मिला तो उसे बक्शा नहीं जाएगा।
मामले में सात अारोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इनकी पहचान भी युवती ने कर ली है। एक आरोपित अपने का निर्दोश बता रहा है। उसका कहना है कि वह घटना के समय वहां था ही नहीं। उसकी जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
अंकिता शर्मा, पुलिस अधीक्षक, कासगंज
चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर पर की थी शिकायत
पीड़िता ने सबसे पहले फोन चाइल्ड हेल्प लाइन पर किया था। वहां से कासगंज चाइल्ड हेल्प लाइन के प्रोजेक्ट कोआर्डिनेटर सौरभ यादव का घटना की जानकारी दी गई। जानकारी बहुत ही अधूरी थी। इस पर सौरभ ने पीड़िता के नंबर पर फोन किया। उसने कुछ जानकारी तो मोबाइल पर दे दी पर बहुत कुछ बताने से घबरा रही थी। इस पर सौरभ अपने साथ केस वर्कर रेनू को साथ लेकर पीड़िता के बताए पते पर पहुंच गए।
वहां उन्होंने पहले डरी सहमी पीड़िता की काउंसलिंग की। उसको विश्वास दिलाया कि आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं उसको और उसके परिवार और मंगेतर को भी सुरक्षा प्रदान की जाएगी। इसके बाद पीड़िता ने घटना की जानकारी दी। सौरभ ने मामले की जानकारी एसपी अंकिता शर्मा, सीओ सदर आंचल चौहान को दी। सामूहिक दुष्कर्म की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया।
एएसपी राजेश भारती, सीओ आंचल चौहान मौके पर पहुुंच गए। उन्होंने भी घटना की जानकारी ली। इसके बाद पुलिस ने दबिशें देकर आठ लोगों को हिरासत में लिया। इनमें से सात की पीड़िता ने घटना में शामिल होने की पुष्टि भी कर दी।
